नवीन शेखरप्पा (Naveen Shekarappa) 1 मार्च को खारकीव शहर में रूसी सेना की गोलाबारी के दौरान मारा गया था. वहीं नवीन के छोटे भाई हर्ष शेखरप्पा ने पार्थिव शरीर को कर्नाटक लाने के लिए CM बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) को धन्यवाद दिया. हवाईअड्डे पर मौजूद उनके रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने भी सीएम और अन्य अधिकारियों का आभार जताया.

बेंगलुरू: यूक्रेन पर रूस के हमले का आज 26वां दिन है. इसी हमले में मारे गए छात्र नवीन शेखरप्पा (Naveen Shekarappa) का पार्थिव शरीर कई दिनों के इंतजार के बाद आखिरकार अपने देश भारत पहुंच गया. कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) ने नवीन को श्रद्धांजलि देते हुए पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं जताईं तो दुख की इस घड़ी में नवीन के पिता ने उनका आभार जताते हुए बड़ा ऐलान कर दिया.

बेटे का पार्थिव शरीर दान किया
बेटे को खोने का दुख अपने सीने में दबाए पिता ने कहा, ‘वे अनुष्ठान के बाद एक निजी मेडिकल कॉलेज को उसका शरीर दान करेंगे.’ आपको बता दें कि नवीन 1 मार्च को खारकीव शहर में रूसी सेना की गोलाबारी के दौरान मारा गया था. वहीं नवीन के छोटे भाई हर्ष शेखरप्पा ने पार्थिव शरीर को कर्नाटक लाने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया. हवाईअड्डे पर मौजूद उनके रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री बोम्मई का आभार व्यक्त किया.
कीव मेडिकल कॉलेज में थी बॉडी
कर्नाटक के छात्रों को यूक्रेन से निकालने के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी मनोज राजन ने कहा कि कर्नाटक के 572 छात्रों को यूक्रेन से वापस लाया गया है. उन्होंने बताया कि अधिकारियों से मानवीय आधार पर अनुरोध किए जाने के बाद शव को कीव मेडिकल कॉलेज में रखा गया था. शव कीव से वारसा (पोलैंड) लाया गया और दुबई के रास्ते बेंगलुरु हवाई अड्डे पर पहुंचा. नवीन का शव उनके परिवार को सौंप दिया गया है. सरकार ने हावेरी जिले में उनके गांव तक शव पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की है.

शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की मांग
एयरपोर्ट पर मौजूद कांग्रेस एमएलसी सलीम अहमद ने कहा कि वह पार्टी की ओर से नवीन को श्रद्धांजलि देने आए हैं. उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की मांग की और कहा कि हजारों छात्र पढ़ाई के लिए देश से बाहर जाने को मजबूर हैं. नवीन को यहां एमबीबीएस की सीट 96 फीसदी अंक हासिल करने के बाद भी नहीं मिली थी. उन्होंने कहा कि नीट में कई खामियां हैं और छात्रों के साथ अन्याय होता है. राज्य के छात्रों को अन्याय नहीं सहना चाहिए. उन्हें अध्ययन का अवसर मिलना चाहिए. सरकार को इस मुद्दे को प्राथमिकता देनी चाहिए और हल करना चाहिए.

परिवार को शव सौंपे जाने से पहले मुख्यमंत्री बोम्मई, स्वास्थ्य मंत्री के.सुधाकर और सांसद शिवकुमार उदासी ने नवीन को पुष्पांजलि अर्पित की.