देश में मौसम का मिजाज अलग-अलग राज्यों में विविध दिखाई दे रहा है। कई राज्यों में हल्की बारिश के चलते टेम्परेचर में कमी आई है, जबकि उत्तर भारत में तेज गर्मी पड़ने लगी है। मौसम विभाग(IMD) के अनुसार, चक्रवाती हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के असर से मौसम अलग-अलग रंग दिखा रहा है

न्यूनतम और अधिकतम तापमान में इजाफे के साथ तेज धूप के चलते दिल्ली-एनसीआर में तपिश बढ़ने लगी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, लगातार कई दिनों से आसमान साफ रहने और तेज धूप खिलने के कारण गर्मी कम नहीं हो रही है। अगर एक सप्ताह तक इसी तरह गर्मी और न्यूनतम और अधिकतम तापमान बरकरार रहा तो मार्च के महीने में ही गर्मी 77 सालों का रिकार्ड तोड़ टूट भी सकता है।

अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम और अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। कर्नाटक, केरल के कुछ हिस्सों के साथ-साथ तमिलनाडु के कुछ स्टेशनों पर छिटपुट बारिश देखी जा सकती है। उत्तर और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में तापमान में वृद्धि हो सकती है।

दिल्ली में तेज हवाएं चलेंगी। इससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाएं समय से पहले आ गईं। इससे हीट वेव यानी लू के हालात हैं। मध्य प्रदेश में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। दिन का तापमान 42, जबकि रात का पारा 26 डिग्री के करीब पहुंच गया है।उत्तर व दक्षिण छत्तीसगढ़ में विपरीत दिशाओं से हवाएं आने से गर्मी बढ़ रही है। आज से अधिकतम तापमान में और बढ़ोतरी की संभावना है।

अगर बिहार के मौसम की बात करें, तो यहां के पूर्वी हिस्से में अगले 5-7 दिनों तक पुरबा हवाओं की वजह से मौसम कूल रहेगा। यानी इससे गर्मी का असर कम होगा। इस समय राज्य में पछुआ का असर दिखाई दे रहा है। इससे मौमस शुष्क है।

अगर राजस्थान, झारखंड की बात करें यहां प्रति चक्रवात सिस्टम बनने से टेम्परेचर बढ़ रहा है। पूरबा हवाओं के असर के बावजूद बारिश नहीं होने से नमी बनी हुई है। वहीं, झारखंड में कई जिलों में बादल छाये हुए हैं।