कंझावला कांड की गुत्थी पांच दिन बाद भी नहीं सुलझ पाई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस केस से जुड़े सभी सवालों के जवाब दिया। उन्होंने बताया कि इस घटना में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन दो आरोपी और भी शामिल हैं। वो आरोपियों की मदद करने आए थे। घटना के बाद से ही दोनों फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है।

स्पेशल सीपी हुड्डा के मुताबिक पांचों आरोपियों के बयान में विरोधाभास है। वो लगातार अपने बयान बदल रहे। घटना को अंजाम देने के बाद दो लोग उनकी मदद करने पहुंचे थे, जबकि पांचों मुख्य आरोपी ऑटो की मदद से फरार हुए।

दिल्ली पुलिस की प्रारंभिक जांच में ये भी साफ हो गया है कि आरोपियों और अंजलि की कोई पुरानी पहचान नहीं थी। अंजलि की दोस्त के साथ भी उनका कोई कनेक्शन नहीं था। इसके अलावा यौन शौषण वाली थ्योरी भी गलत है। वहीं शुरू में खबर आई थी कि आरोपी दीपक हादसे के वक्त गाड़ी चला रहा था, लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि अमित की ड्राइविंग के दौरान ये हादसा हुआ। इससे जुड़े सबूत भी जांच टीम ने हासिल कर लिए हैं।