उत्तराखंड के जोशीमठ में रह रहे लोगों के दिलों में डर बढ़ता जा रहा है, क्योंकि धीरे-धीरे सारी जमीन अंदर धसती जा रही है। इस बीच एक बड़ी बात सामने आ रही है कि राज्य सरकार 600 घरों को खाली कराकर करीब 4,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कराया । सैटेलाइट के माध्यम से इन दरारों पर ध्यान दिया जा रहा है। शहर के असुरक्षित मकानों को कल गिराने का काम किया जाएगा।

जिला प्रशासन ने जमीन के अंदर धंसते शहर के असुरक्षित मकानों पर रेड क्रॉस के निशान लगा दिए है, जो रहने के लिए बेहद असुरक्षित हैं। राज्य सरकार ने इन लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया है, साथ ही सरकार ने अगले छह महीनों तक हर परिवार को 4,000 रुपए हर महीने किराया देने का ऐलान किया है।

उत्तराखंड का मशहूर कस्बा जोशीमठ लगातार धंसता जा रहा है, जिस वजह से यहां के ज्यादातर घर और इमारतों में दरारें आ गई है. ऐसे में अब दरार आ चुकी इन इमारतों और घरों को तोड़ने का फैसला लिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि जोशीमठ में 600 से अधिक इमारतों में दरारें आ गई हैं. जो सबसे अधिक क्षतिग्रस्त हैं उन्हें ध्वस्त कर दिया जाएगा. जोशीमठ और आसपास के क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. डेमोलिशन प्रक्रिया आज ही पूरी की जाएगी. इसके लिए एसडीआरएफ़ और पुलिस टीम मौके पर पहुंच चुकी है. रोड को आने जाने के लिये बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जोशीमठ में प्रभावित लोगों के लिए व्यवस्था किए गए राहत शिविरों में बुनियादी सुविधाओं का प्रशासन द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जा रही है.”