पिछले दिनों आरजेडी और जेडीयू की तल्खी खुलकर सामने आई. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिए विवादित बयान और इसपर तेजस्वी की चुप्पी ने महागठबंधन को संकट में डाल दिया है. इन सबके बीच सीएम नीतीश कुमार ने भी अपने कड़े तेवर दिखाए. उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म को मानने वाला हो, उसमें कोई दखल अंदाजी नहीं करनी चाहिए.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रामचरितमानस संबंधित मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर आपत्ति जताई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि धर्म के मामले में हस्तक्षेप उचित नहीं है। किसी भी धर्म पर विवाद नहीं करना चाहिए। नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोगों का मानना है कि सभी को इज्जत मिलनी चाहिए। हमने पहले ही समझा दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म के मामले में किसी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। सब अपने तरीके से धर्म का पालन करते हैं। सभी धर्म का पालन करने वालों को इज्जत मिलनी चाहिए। जिसको जिनकी पूजा करनी है करे। अब तो डिप्टी सीएम ने भी कह ही दिया है।
बिहार में महाराष्ट्र की तरह सरकार टूटने की अटकलों को लेकर सवाल को नीतीश कुमार ने अनसुना कर दिया। मीडिया ने नीतीश कुमार से पूछा कि भाजपा कह रही है कि बिहार की जनता सीएम से नाराज है। इस सवाल पर सीएम ने कुछ जवाब नहीं दिया और दूसरे सवाल पर प्रतिक्रिया देने लगे।