मार्च महीने की की शुरुआत के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में गर्मी में इजाफा होने का सिलसिला तेज होने लगा है। आज भी दिनभर आकाश साफ रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। इसके बाद मौसम एक बार फिर करवट बदलेगा।

जिससे आकाश में बादल छाए रहे सकते हैं दिल्ली के कई इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है।हरियाणा में पांच मार्च तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशीन रहने की संभावना है। इस दौरान एक और पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव राजस्थान के ऊपर बनने वाले एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन से राज्य में उत्तरी पश्चिमी व दक्षिण क्षेत्रों में ३-४ मार्च को हवाओं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की संभावना है।

इसके बाद मौसम खुश्क व दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी परन्तु रात्रि तापमान सामान्य के आसपास बने रहने की संभावना है। बीते दिनों हुई बारिश के कारण पानीपत सहित प्रदेश के कई हिस्सों में प्रदुषण से भी निजात मिली। बारिश के कारण प्रदुषण के स्तर में भारी गिरावट दर्ज की गई।मध्य प्रदेश में ठंडी हवाओं की वजह से एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदलता नजर आ रहा है. तेज हवाओं के कारण यहां दिन और रात का तापमान एक बार फिर से लुढ़क गया है.

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से मौसम करवट बदल सकता है. मौसम विभाग ने बड़ा अलर्ट जारी किया है. विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में आने वाले दिनों में बारिश होने की संभावना है.लेकिन आने वाले दिनों में जिले के ऊंचाई वाले जगहों पर कहीं कहीं बूंदाबांदी होने के आसार हैं.बिहार और झारखंड में भी बारिश की संभावना है.तमिलनाडु-पुडुचेरी-कराइकल में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई है. दक्षिण भारतीय राज्यों में इस सप्ताह के अंत में एक चक्रवाती सर्कुलेशन के चलते भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.

मार्च की शुरुआत के साथ उत्तराखंड के मौसम में थोड़ी बदलाव की संभावना नजर आ रही है. तापमान में धीरे धीरे तेजी आने लगेगी.
हिमाचल प्रदेश में महाशिवरात्रि पर मौसम ने करवट बदल ली है। यहां आज भी कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है जबकि ऊंचाई वाले स्थानों में हिमपात होगा। हालांकि अधिकतर स्थानों पर मौसम साफ रहेगा।

अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश व हिमपात होने की संभावना है। मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी के बाद जिला प्रशासन ने पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को सचेत रहने को कहा है। बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में अकसर भूस्खलन की संभावना बनी रहती है।